शिक्षक के लिए क्या है जरूरी? शिक्षा पद्धति में नैतिक शिक्षा का अभाव | अध्यापकों को विशेष संदेश

3rd Grade Teacher- REET Mains: तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के मुख्य परीक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों की तैयारी करने के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध। मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम, कंप्यूटर, कला एवं संस्कृति, टेस्ट सीरीज, गणित, राजस्थान का इतिहास और सामान्य हिंदी जैसे कई विषय शामिल। 

शिक्षक के लिए क्या है जरूरी?

शिक्षक के लिए क्या है जरूरी?
शिक्षक के लिए क्या है जरूरी?

परिचय

  • वर्तमान में शिक्षा पद्धति को बदलने की महती आवश्यकता है। शिक्षा के साथ तर्कशक्ति का उपयोग जोड़कर हम शिक्षा के गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं। एक शिक्षक और शिक्षा के मध्य घनिष्ठ संबंध होता है, शिक्षा के माध्यम से ही शिक्षक बच्चों से रूबरू होता है और उनके भविष्य का निर्माण करता है। शिक्षक में जितने अच्छे गुण होंगे, शिक्षक उन गुण को बच्चों में स्थानांतरित करेगा।
सभी शिक्षकों और छात्रों को प्रणाम, मेरी खोज पर आधारित कुछ बातें जिन्हें अपना कर आप अपने शिक्षा से जुड़े क्षेत्र में बहुत ही अच्छा कार्य कर पाएंगे। अगर आप अपने शिक्षा जगत के क्षेत्र को उत्कृष्ट बनाना चाहते हैं। आप अपने आप को एक वास्तविक शिक्षक के रूप में निखारना चाहते हैं। तो आपको जरूरत है खुद को बदलने की कुछ नई आदतों को अपनाने की।

शिक्षा एक आस्था का विषय

  • जिस प्रकार हम भगवान के प्रति आस्था रखते हैं, उनकी पूजा अर्चना करते हैं, बिल्कुल उसी प्रकार हमें शिक्षा को भी मन से अपनाना चाहिए। नित्य प्रतिदिन हमें अध्ययन करके अपने अध्ययन क्षेत्र को विस्तृत करना चाहिए। जब भी हम शिक्षा ग्रहण करें तो खुद को अज्ञानी मानकर शिक्षा को ग्रहण करना चाहिए।

शिक्षा का उद्देश्य मात्र नौकरी करना नहीं है?

  • आजकल लोगों के मन में एक सोच बन चुकी है, एक मानसिकता बन चुकी है। “पढ़ लेंगे तो भी नौकरी नहीं लगेगी” लेकिन साथियों आप सभी को मैं बता दूं, पढ़ने के बाद हमारे आचरण, व्यवहार, जीवन के पहलू में परिवर्तन आ जाता है। यह परिवर्तन हमें औरों से अलग बनाता है। स्वयं में सो सोचने की क्षमता को बढ़ाना, तार्किक क्षमता विकसित करना।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें?

  • अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, तो सर्वप्रथम आप यह देखें की, पुराने प्रश्न पत्रों में किस प्रकार के प्रश्न पूछे गए हैं- उन प्रश्नों के आधार पर आप अपने नवीन ज्ञान को संग्रहित करें। अगर आप पहले प्रश्न देख कर, फिर टॉपिक को पढ़ते हैं, तो आपके पढ़ने का नजरिया बदल जाएगा। आप जो भी परिणाम सोच रहे हैं, उससे अधिक आपको अंक मिलेंगे। और निश्चित ही आप अपनी मंजिल को प्राप्त करेंगे।
श्री कृष्ण ने सही कहा है- की कर्मभूमि से पहले मनोभूमि से युद्ध जीता जाता है। यानी पहले यह ठाने की आपको सफलता प्राप्त करनी है। उसके बाद आपको सटीक रणनीति से काम करना है और सफलता प्राप्त करनी है।

अध्यापक भर्ती परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए-

  • आपको अध्यापक भर्ती परीक्षा से संबंधित पुराने प्रश्न पत्रों का संकलन करना है और उनमें विभिन्न प्रश्नों को हल करना है। प्रश्नों को हल करने के बाद आप संबंधित टॉपिक का अध्ययन कीजिए। क्योंकि अधिकतर नए प्रश्न पत्र पुराने प्रश्नों के आधार पर ही बनते हैं। कभी-कभी तो पुराने प्रश्न पत्रों में से बिल्कुल से प्रश्न उठा लिए जाते हैं, और नए प्रश्न पत्र में जोड़ दिए जाते हैं।

सफलता में समय का महत्व

  • उतना ही समय मिलता है जितना की, एक सफलतम व्यक्ति को मिलता है। अगर आप अपने एक दिन के 24 घंटे को स नियोजित तरीके से इस्तेमाल करें, तो आप एक सफलता के मार्ग पर चल पड़ेंगे। अगर आप अपने समय को समायोजित करके प्रयास करेंगे तो एक दिन आपको निश्चित ही सफलता मिल जाएगी। आज के बाद आपको अपने समय का सही उपयोग करना है, आपको उन कारणों पता लगाना है जिनके कारण आपका समय बर्बाद होता है। फिर धीरे-धीरे व्यर्थ में जाने वाले समय का सही उपयोग करना है। अगर आप दिन के कुल समय का 40% भी सही उपयोग करना सीख गए, तो आप एक सफलतम व्यक्ति बन सकते हैं।

अध्ययन का क्षेत्र कितना हो?

  • अलग-अलग भर्ती परीक्षा के लिए, अलग-अलग पाठ्यक्रम होता है। अगर आप किसी एक निश्चित भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। तो आपको उसे भर्ती परीक्षा का सिलेबस अपने पास लेकर बैठना है। सिलेबस के अनुसार आपको सभी टॉपिक पढ़ने हैं। पाठ्यक्रम के अतिरिक्त कुछ भी नहीं पड़े। अगर आप ऑनलाइन क्लास भी लेते हैं, तो उन चीजों को नहीं पड़े जो आपके सिलेबस में नहीं है।

प्रकृति और प्रवृत्ति में अंतर

  • प्रकृति से तात्पर्य “समान” शब्द से होता है। अतः हम कह सकते हैं कि दो या दो से अधिक लोगों की प्रकृति एक जैसी हो सकती है। अगर हम प्रवृत्ति के बारे में जानना चाहे, तो प्रत्येक व्यक्ति की प्रवृत्ति भिन्न-भिन्न होती है।

कक्षा में समय की बर्बादी

  • कुछ बच्चे कक्षा में अनावश्यक रूप से समय को बर्बाद करते हैं। हमें हमारे समय का सही उपयोग करना चाहिए। अगर हमें कभी कक्षा में खाली समय मिलता है। तो हमें अध्यापकों द्वारा पढ़ाए गए विषयों के प्रश्नों का मिलान करना चाहिए। की अध्यापक के पढ़ाए गए प्रश्नों से में इन प्रश्नों को हल कर पा रहा हूं या नहीं। अगर आपसे सवाल हल नहीं होते हैं, तो अगली बार आप अध्यापक से उन प्रश्नों को पूछिएगा, आपको उत्तर जरुर मिलेंगे।

शब्द अशुद्ध लिखना

  • कुछ बच्चे शब्दों में काफी अशुद्धियां करते हैं। हमें हमेशा शुद्ध शब्दों का प्रयोग करना चाहिए। अगर हमारा बेसिक मजबूत है तो हम काफी चीजों को बड़ी कक्षा में समझ सकते हैं, लेकिन यदि हमारा बेसिक कमजोर है यानी की छोटी कक्षाओं में हमने अच्छे से अध्ययन नहीं किया है। तो हमें बड़ी कक्षा में थोड़ी बहुत दिक्कत आती है। इसीलिए हमें हमारे बेसिक कॉन्सेप्ट हमेशा क्लियर रखना चाहिए।

लाइब्रेरी में अध्ययन करना संभव है?

  • कुछ बच्चे घर से दूर शहर में जाकर अध्ययन करते हैं। अधिकतर बच्चे रूम किराया लेकर रहते हैं। वह बच्चे जो रूम पर अध्ययन कर सकते हैं। उनके लिए एक अच्छी बात है। लेकिन कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो रूम पर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, सिर्फ नींद निकालते हैं। ऐसे बच्चों के लिए लाइब्रेरी जाना जरूरी है। लाइब्रेरी में हमें एक अच्छा वातावरण मिलता है। उसे वातावरण में हम पढ़ना शुरू कर देते हैं। अगर आप ईमानदारी से अध्ययन करते हैं तो लाइब्रेरी आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है।

प्रतियोगी परीक्षा में प्रश्नों को हल करने का तरीका

  • अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, और 1 दिन के लिए परीक्षा देने जाएंगे। तो आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होगी। अक्सर कुछ विद्यार्थी प्रश्न को ढंग से नहीं पढ़ते, और उनका ध्यान ऑप्शन की तरफ चला जाता है। इस स्थिति में अधिकतर बालक प्रश्न को गलत कर देते हैं। हमें हमेशा सही ढंग से प्रश्न को पढ़ना चाहिए। प्रश्न को पढ़ने के बाद चारों ऑप्शन का ऑब्जरवेशन करना चाहिए। चारों में से उसे ऑप्शन को चुनना चाहिए जो हमें अधिक बेहतर और सही लगता है। आपने देखा होगा कुछ बच्चे “नहीं है” के संबंध में पूछे गए प्रश्न अधिकतर गलत करके आ जाते हैं। अगर इन गलतियों को हम दूर करेंगे। तो सफलता प्राप्त करने की संभावना काफी बढ़ जाएगी।

प्रतियोगी परीक्षा में किस तरीके के सवाल पूछे जाते हैं?

  • प्रतियोगी परीक्षा में तुलनात्मक सवाल अधिक पूछे जाते हैं। इसीलिए हम आपको कहते हैं कि किसी टॉपिक को आप विस्तृत रूप से समझ कर पड़े। अधिकतर प्रश्न पुराने पेपर से उठा लिए जाते हैं, इसीलिए आवश्यक है कि आप पुराने पेपर का अध्ययन करें। पुराने पेपर को हल करने के प्रयास करें।

ऐसे दिखाएं बुद्धिमत्ता?

  • जीवन में सबसे बड़ा हथियार होता है “मौन”। अधिकतर समय हमें मौन रहकर ही गुजारना चाहिए। मौन रहकर ही हम अपने रणनीति को सही दिशा निर्देश दे सकते हैं। जब तक हम खुद सफल नहीं होते, हमारी रणनीति किसी को बताने नहीं चाहिए। अन्यथा लोग आपको नकारात्मकता की ओर लेकर चले जाएंगे। अगर आपको नकारात्मकता से बचाना है तो आप मौन रहिए, और करके दिखाइए।

सारांश

  • आज हमने एक शिक्षक और छात्र को ध्यान में रखते हुए अनेक ऐसे बिंदुओं के बारे में चर्चा की, जो हमारे जीवन में कुछ विशिष्ट परिवर्तन कर सकते हैं। इनमें से कौन सी बात आपको पसंद आई। आप कमेंट में जरूर बताएं। इस पोस्ट में आप कुछ अपने निजी विचार भी कमेंट बॉक्स के माध्यम से शेयर कर सकते हैं।

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